मत रुलाने की बातें करो
मुस्कराने की बातें करो
झुक गया सर बहुत झुक गया
सर उठाने की बातें करो
वक्त जैसा भी था कट गया
भूल जाने की बातें करो
आग अपनी हो या गैर की
बस बुझाने की बातें करो
गीत जब गा रहा हो 'सतीश'
गुनगुनाने की बातें करो
--सतीश अग्रवाल फरीदाबाद !
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