फासले हमसे ज़मी के तो मिटाये ना गये
यार वो गुज़रे कभी लम्हे भुलाये ना गये
हम हमेशा से रहे उलझे किसी उलझन लिये
फ़िर कभी ऐसे सकूने पल बिताये ना गये
वक्त की बेदिल गरद में दब गये शीशाए दिल
वो बचाते और बचते भी बचाये ना गये
आए भी जिन्दगी में यूँ हमारी थे मगर
जब गये तो यूँ लगा के वो न आये ना गये
सोच में डूबे रहे हम तो कभी खोये रहे
चाहकर भी राज़ ये हमसे बताये ना गये !!
यार वो गुज़रे कभी लम्हे भुलाये ना गये
हम हमेशा से रहे उलझे किसी उलझन लिये
फ़िर कभी ऐसे सकूने पल बिताये ना गये
वक्त की बेदिल गरद में दब गये शीशाए दिल
वो बचाते और बचते भी बचाये ना गये
आए भी जिन्दगी में यूँ हमारी थे मगर
जब गये तो यूँ लगा के वो न आये ना गये
सोच में डूबे रहे हम तो कभी खोये रहे
चाहकर भी राज़ ये हमसे बताये ना गये !!
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